MP Board Class 7 Social Science Chapter 17 Rajyapal ebong Rajya Mantri Parishad Solution
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Madhya Pradesh (MP) State Board Class 7 Social Science Chapter 17 Rajyapal ebong Rajya Mantri Parishad (राज्यपाल एव राज्य मंत्री परिषद) full exercise question answers. Every questions answer is prepared by expert Social Science teacher.
Chapter 17राज्यपाल एव राज्य मंत्री परिषद
अभ्यास प्रश्न
(1) ……. ……… राज्य का प्रमुख होता है।
राज्यपाल राज्य का प्रमुख होता है।
(2) मुख्यमंत्री की नियुक्ति ……. ……… करता है।
मुख्यमंत्री की नियुक्ति राज्यपाल करता है।
(3) मंत्रि-परिषद् का मुखिया ……. ……… होता है।
मंत्री परिषद का मुखिया मुख्यमंत्री होता है।
(4) राज्यपाल पद पर नियुक्ति हेतु आयु ……. ……… वर्ष होना चाहिए।
राज्यपाल पद पर नियुक्त हेतु आयु 35 वर्ष होना चाहिए।
2.) निम्नलिखित की सही जोड़ियाँ बनाइए-
(अ) (ब)
(1) राज्यपाल की नियुक्ति पाँच
(2) राज्यपाल का कार्यकाल कानून को लागू करना
(3) मंत्रि-परिषद् की श्रेणियाँ हैं चार
(4) मंत्रि-परिषद् का मुख्य कार्य है राष्ट्रपति
उत्तर –
(अ) (ब)
(1) राज्यपाल की नियुक्ति राष्ट्रपति
(2) राज्यपाल का कार्यकाल पाँच
(3) मंत्रि-परिषद् की श्रेणियाँ हैं चार
(4) मंत्रि-परिषद् का मुख्य कार्य है कानून को लागू करना
3.) लघु उत्तरीय प्रश्न-
(1) राज्य सरकार के सभी कार्य किसके नाम से चलाए जाते हैं?
राज्यपाल के नाम से राज्य सरकार के सभी कार्य चलाए जाते हैं।
(2) राज्यपाल किसकी सलाह से मंत्रियों की नियुक्ति करते हैं?
राज्यपाल मुख्यमंत्री की सलाह से मंत्रियों की नियुक्ति करते हैं
(3) मंत्रि-परिषद् की श्रेणियों के नाम लिखिए।
मंत्री परिषद की चार श्रेणियां होती है।
1.) कैबिनेट मंत्री
2.) राज्य मंत्री
3.) उप मंत्री
4.) संसदीय सचिव
4.) दीर्घ उत्तरीय प्रश्न-
(1) राज्य मंत्रि-परिषद् के कार्यों का वर्णन कीजिए ?
राज्य मंत्री परिषद के कार्य –
राज्य हेतु नीति निर्धारण एवं क्रियान्वय करना –
राज्य मंत्री परिषद राज्य के विकास के लिए और संचालन हेतु नीति नियम तय करता है। वह इन नीतियों के लागू करने के लिए आवश्यक आदेश और निर्देश सभी जगह प्रसारित करता है। वह प्रशासन की स्तर पर इन नियमों के क्रियान्वय पर भी निगरानी रखता है।
राज्यपाल को परामर्श देना –
राज्यपाल को राज्य मंत्री परिषद राज्य के उच्च पदों पर नियुक्ति के लिए परामर्श देते हैं। उसके बाद ही राज्यपाल नियुक्त किया करते हैं।
विधाई कार्य –
मंत्री परिषद शासकीय विधेयक तैयार करते हैं। इस विधेयक को व्यवस्थापिका के किसी भी सदन में वह प्रस्तुत करते हैं। मंत्री परिषद के सदस्य विधानमंडल में विधेयक संबंधी जानकारी और प्रश्नों के उत्तर देते हैं। अगर कोई विधेयक पारित नहीं होता तो संपूर्ण मंत्री परिषद द्वारा त्यागपत्र देना जरूरी होता है।
वित्तीय कार्य –
राज्य विधान परिषद राज्य की नीतियों की क्रियान्वय के लिए आए व्यय संबंधी प्रस्ताव तैयार किया जाता है। जिसे वित्त विधेयक कहा जाता है। यह विधेयक वित्त मंत्री द्वारा विधानसभा में प्रस्तुत किया जाता है। इसे मंत्री परिषद स्वीकृत करवाती है।
(2) राज्यपाल बनने के लिए क्या-क्या अर्हताएँ होनी चाहिए?
राज्यपाल बनने के लिए अहर्ताए –
1.) जो राज्यपाल है वह भारत का नागरिक होना चाहिए।
2.) उसकी आयु 35 वर्ष पूर्ण हो चुकी हो।
3.) वह सांसद अथवा राज्य विधान मंडल का सदस्य ना हो।
4.) केंद्र सरकार अथवा राज्य सरकार के अधीन किसी भी सरकारी पद पर वह कार्यरत ना हो।
(3) राज्यपाल द्वारा अध्यादेश कब व क्यों जारी किया जाता है?
अगर विधानसभा की बैठक की नहीं चल रही हो और किसी नियम व कानून कि राज्य में आवश्यकता हो तो राज्यपाल ऐसे आदेश को ऐसे कानून को जारी कर सकते हैं। इस अध्यादेश कहा जाता है।
अतिरिक्त प्रश्न –
प्र.) 1 एक एक वाक्य में उत्तर लिखो।
1.) राज्य का शासन किसके नाम से चलाया जाता है?
राज्यपाल के नाम से राज्य का शासन चलाया जाता है।
2.) राज्यपाल की नियुक्ति किसकी सिफारिश पर और किसके द्वारा की जाती है?
राज्यपाल की नियुक्ति मंत्री परिषद की सिफारिश पर राष्ट्रपति के द्वारा की जाती है।
3.) राज्यपाल की अनुपस्थिति में राज्यपाल का पद कौन ग्रहण करता है?
राज्यपाल की अनुपस्थिति में राज्यपाल का पद न्यायाधीश ग्रहण करते हैं।
4.) राज्यपाल किसके सम्मुख निष्ठा की शपथ लेते हैं?
राज्यपाल न्यायालय अथवा उसकी अनुपस्थिति में वरिष्ठतम न्यायाधीश के सम्मुख अपने पद और संविधान के प्रतिनिधि निष्ठा की शपथ लेते हैं।
5.) पारित विधेयक पर किसके हस्ताक्षर जरुरी होते हैं?
पारित विधेयक पर राज्यपाल के हस्ताक्षर जरुरी होते हैं।
6.) राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश कब की जाती है?
अगर किसी भी राज्य का शासन संविधान के अनुसार नहीं चल रहा हो और दल बदल या किसी अन्य कारण से सरकार का कार्य संचालन कठिन हो जाए तो राज्यपाल राष्ट्रपति से राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश कर सकते हैं।
7.) राज्य की वास्तविक कार्यपालिका कौन है?
राज्य की वास्तविक कार्यपालिका राज्य मंत्री परिषद की है।
8.) नीति निर्धारण क्यों किया जाता है?
राज्य की मंत्रिपरिषद राज्य के विकास के लिए और संचालन हेतु नीति निर्धारण करता है।
प्र.) 1 दिए गए विधान सही है या गलत लिखो।
1.) मुख्यमंत्री राज्य का प्रमुख होता है।
गलत
2.) राज्यपाल की नियुक्ति के मंत्री परिषद की सिफारिश पर राष्ट्रपति द्वारा की जाती है।
सही
3.) राज्यपाल को संविधान के प्रतिनिधि निष्ठा की शपथ लेनी होती है।
सही
4.) विधानसभा में पारित विधेयक न्यायाधीश के हस्ताक्षर के बाद ही कानून कहलाते हैं।
गलत
5.) जिस दल का बहुमत होता है उसका नेता मुख्यमंत्री होता है।
सही
6.) विधानसभा द्वारा बनाए गए कानून को लागू करना मंत्री परिषद का मुख्य कार्य है।
सही
प्र.) 3 रिक्त स्थानों की पूर्ति करो।
1.) राज्यपाल स्वयं भी राष्ट्रपति को ……. …. देकर मुक्त हो सकते हैं।
राज्यपाल स्वयं भी राष्ट्रपति को त्यागपत्र देकर मुक्त हो सकते हैं।
2.) कुछ बातों को छोड़कर राज्य में राज्यपाल की शक्तियां वही है जो केंद्र सरकार में ………… की है।
कुछ बातों को छोड़कर राज्य में राज्यपाल की शक्तियां वही है जो केंद्र सरकार में राष्ट्रपति की है।
3.) अध्यादेश ………… के समान ही होते हैं।
अध्यादेश कानून के समान ही होते हैं।
4.) मंत्री परिषद की . …. … श्रेणियां होती है।
मंत्री परिषद की चार श्रेणियां होती है।
5.) मंत्री परिषद के सदस्य बनने के लिए राज्य ……………… का सदस्य होना आवश्यक है।
मंत्री परिषद के सदस्य बनने के लिए राज्य विधान मंडल का सदस्य होना आवश्यक है।
6.) राज्यपाल प्रशासकीय स्तर पर नियमों के …. . . ……… पर भी निगरानी रखता है।
राज्यपाल प्रशासकीय स्तर पर नियमों के क्रियान्वयन पर भी निगरानी रखता है।
7.) यदि कोई विधायक …………… में पारित नहीं होता है तो संपूर्ण मंत्री परिषद द्वारा त्यागपत्र देना आवश्यक है।
यदि कोई विधायक विधानसभा में पारित नहीं होता है तो संपूर्ण मंत्री परिषद द्वारा त्यागपत्र देना आवश्यक है।
प्र.) 4 टिपण्णी लिखो।
1.) राज्यपाल को परामर्श देना –
राज्यपाल सभी नियुक्त किया तभी करते हैं जब राज्य मंत्री राज्य के उच्च पदों पर नियुक्ति हेतु राज्यपाल को परामर्श देते हैं।
2.) मंत्री परिषद के चार श्रेणियां –
मंत्री परिषद के चार श्रेणियां होती है –
1.) कैबिनेट मंत्री
2.) राज्य मंत्री
3.) उप मंत्री
4.) संसदीय सचिव मंत्री
परिषद के सदस्य बनने के लिए राज्य विधान मंडल का सदस्य होना आवश्यक होता है यदि नियुक्ति के समय ऐसा नहीं है तो 6 मास के अंदर किसी भी सदन की सदस्यता प्राप्त करना आवश्यक हो जाता है।
3.) अध्यादेश –
अगर विधानसभा की बैठक ही नहीं चल रही हो और राज्य में किसी भी कानूनी नियम की आवश्यकता हो तो राज्यपाल आदेश जारी कर सकते हैं। इसे ही अध्यादेश कहा जाता है। अध्यादेश कानून के समान ही होता है।
4.) राज्यपाल द्वारा शपथ ग्रहण-
जब राज्यपाल अपने पद ग्रहण करने जाते हैं तो पद ग्रहण करने से पहले उन्हें राज्य के उच्च न्यायालय अथवा उनकी अनुपस्थिति में वरिष्ठतम न्यायाधीश के सम्मुख अपने पद तथा संविधान के प्रति निष्ठा की शपथ लेनी होती है।
Also See:
- Chapter 7 Prithwi Ki Gatiya
- Chapter 8 Bayumandal
- Chapter 9 Tapman
- Chapter 10 Bayudab aur Paban
- Chapter 12 Sultanatekalin Prashasan ebong Janajiban
- Chapter 13 Mughal Samrajya ki Sthapana ebong Utkarsha
- Chapter 14 Baivab ebong Bilasita Ka Yug
- Chapter 15 Rashtrapati ebong Kendriya Mantri-Parishad
- Chapter 16 Rajya Ki Sarkar