MP Board Class 10 Hindi Navneet Chapter मन की एकाग्रता Solution
Madhya Pradesh State Board Class 10 Hindi Navneet Chapter मन की एकाग्रता full exercise question answers. Every questions answer is prepared by expert Hindi Navneet teacher.
मन की एकाग्रता
बोध प्रश्न
अति लघु उत्तरीय प्रश्न–
1.) छात्रों की क्या समस्या है।
मन की चंचलता यह छात्रों की समस्या है
2.) स्थित प्रज्ञता कैसे प्राप्त होती है।
स्थित प्रज्ञता तब प्राप्त हो जाती है जब मन और इंद्रिय इन विषयों से अनासक्त हो जाते है।
3.) मन कितने प्रकार से उत्तेजित होता है।
मन बाह्य विषय और अन्दर की वासना इन दो विषयों से उत्तेजित होता है।
4.) गीता में “परं‘ का अर्थ क्या है।
गीता में पर इस शब्द का अर्थ है परमात्मा।
लघु उत्तरीय प्रश्न–
1.) अर्जुन की स्वीकारोक्ति को लिखिए।
हमारा जो चंचल मन होता है उस का जो निग्रह होता है वह वायु के गति के जैसा होता है। इसको ही रोकना दुष्कर जैसे होता है यही अर्जुन की स्वीकारोक्ति है।
2.) मन को एकाग्र करने के बाह्य साधना क्या है
यम – नियम, आसान, प्राणायाम यह मन को एकाग्र करने के बाह्य साधन है।
3.) छात्र की समस्याएं कौन–कौन सी है।
छात्र जब भी अध्ययन करने बैठता है तब उसके मन में बहुत सारे विचार आने लगते है। उनके मन मे क्रिकेट, खेल – कूद, मस्ती, सिनेमा इन सबके विचार आने लगते है। इस तरह से उनका मन पढ़ाई में नही लगता और वे विचलित हो जाते है। पढ़ाई न होने की वजह से वह परीक्षा से डर जाते है। यह छात्र की समस्याएं है।
4.) इन्द्रियों का कार्य क्या होना चाहिए।
इंद्रियों को हमेशा संयमित रहकर विषय सेवन करना चाहिए। धर्म के द्वारा जो विषय वर्जित है उनसे बचना चाहिए।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न–
1.) संयम को समझाइये।
हमारे जीवन में संयम को बहुत महत्व है। विषय कौनसा भी हो उसमे संयम होना जरूरी है। संयम का अर्थ है नियंत्रण। इंद्रियों के विषय में भी संयम रखना चाहिए। अगर ऐसा नही करेंगे तो समाज में अनाचार फैल जाएगा।
2.) पर उच्च लक्ष्य का तात्पर्य क्या है।
गीता में पर का अर्थ है परमात्मा। ऐसा कहा गया है की सारा जगत ही परमात्मा है। इस लिए जगत के हित में हमेशा हमे कार्य करने चाहिए। राष्ट्र भक्ति, ज्ञान प्राप्ति, देश की सेवा, हीन दिन लोगों की मदद हमे करनी चाहिए।
भाषा अध्ययन
1.) विलोम शब्द लिखिये –
एकाग्रता, राग, अनाचार
एकाग्रता – चंचलता
राग – विराग
अनाचार – सदाचार
दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखिये
चंचल, कामनाएं, निग्रह
चंचल- अस्थिर, विचल
कामनाएं – इच्छा, आकांक्षा
निग्रह – संयम, निश्चल
उपसर्ग का नाम उल्लेख कीजिए
विचलना, निग्रह, संतुष्ट, प्रज्ञ, परिभाषित, नियन्त्रित
विचलना वि
निग्रह – नि
संतुष्ट – सं
प्रज्ञ – प्र
परिभाषित – परि
नियंत्रित – नि
समास विग्रह कर नाम बातइये
अशक्य, बहिर्मुख, लोक संग्रह
अशक्य – जो शक्य नहीं है
नञ् समास
बहिर्मुख – बाहरी मुख वाला
बहुव्रीहि समास
लोकसंग्रह – लोगों का संग्रह
तत्पुरुष समास
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