MP Board Class 10 Hindi Navneet Chapter बेटियाँ पावन दुआएँ हैं Solution
Madhya Pradesh State Board Class 10 Hindi Navneet Chapter बेटियाँ पावन दुआएँ हैं full exercise question answers. Every questions answer is prepared by expert Hindi Navneet teacher.
बेटियाँ पावन दुआएँ हैं
1.) कवि ने बेटियों को गौरव कथाएँ क्यों कहा है ? स्पष्ट कीजिए।
हमारे घर में बेटियां ईश्वर के वरदान के समान होती है। बेटियां मतलब ईश्वर की पवित्र वाणी है। जो ईश्वर का दर्शन करती है उन प्रार्थनाओके जैसी बेटियां होती है। हमारे शास्त्र भी ऐसा ही हमें कहते हैं कि हमें हमेशा नारियों का सम्मान करना चाहिए।
2.) ‘जीवन में बेटियों का महत्व‘ विषय पर अपने विचार प्रकट कीजिए।
हमारे जीवन में जो दुख भरी घड़ियां होती है उन पर बेटियां मरहम की तरह होती है। कठिनाइयों के दिनों में वह आशीर्वाद की तरह हो जाती है। दुख की घड़ी में वह शांत बना देती है। बेटियां साक्षात ईश्वर का दर्शन करती है।उनके वजह से ही जीवन सुंदर बन जाता है।
3.) ” आज के बच्चे कल के नागरिक हैं” विषय पर दस पंक्तियाँ लिखिए ।
आज के बच्चे कल के नागरिक होते हैं यह बात सत्य है। हमारे पीछे हमारे बच्चे ही देश को संभालेंगे देश को आगे ले जायेंगे। देश का विकास करने के लिए वह हमेशा ही प्रयत्नशील रहेंगे। इस कार्य में जो भी बढ़ाया आएंगे समस्याएं खड़ी होगी उसका वह अपनी चातुर्य के साथ सामना करेंगे। इन बच्चों की वजह से हमारा देश का भविष्य उज्जवल हो जाएगा। यह बच्चे असंभव कार्य को भी संभव कर देते हैं। बच्चे फूलों की तरह होते हैं जो अपने बाग को और उसे बाग में आने वाले लोगों को प्रसन्न कर देते हैं।
4.) ‘बेटियाँ‘ कविता का केन्द्रीय भाव स्पष्ट कीजिए।
बेटियां पवन दुआएं हैं इस कविता की रचना अजहरहाशमी इन्होंने की है। इन कविता उनसे उन्होंने बेटियों का महत्व बताया है। उनका सम्मान दिया है। वह कहते हैं की बेटियां ईश्वर को की जाने वाली प्रार्थनाओं के समान होती है। वे हमारे जीवन में उत्साह भर देती है। वह आशीर्वाद का रूप है। गुरु ग्रंथ की वाणी जितनी पवित्र है उतनी ही पवित्र बेटियां भी है। ईश्वर हमारी बेटियों में निवास करता है। वह साक्षात ईश्वर का ही हमें दर्शन करती है।
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