Karnataka 2nd PUC Hindi Apathi Bhag Chapter 2 प्रतिशोध Questions and Answers Solution, Notes by Expert Teacher. Karnataka Class 12 Hindi Solution Chapter 2.
There are 3 Parts in Karnataka Class 12 Textbook. Here You will find Apathi Bhag Chapter 2 Pratishodh.
Karnataka 2nd PUC Hindi Apathi Bhag Chapter 2 – प्रतिशोध Solution
- State – Karnataka.
- Class – 2nd PUC / Class 12
- Subject – Hindi.
- Topic – Solution / Notes.
- Chapter – 2
- Chapter Name – प्रतिशोध.
- I) एक शब्द या वाक्यांश या वाक्य में उत्तर लिखिए:
1.) संस्कृत के महापंडित कौन हैं ?
श्रीधर ( भारवी के पिता ) संस्कृत के महापंडित हैं।
2.) संस्कृत के महाकवि कौन हैं ?
भारवि संस्कृत के महाकवि है।
3.) भारवि की माँ का नाम क्या है ?
भारवि की माँ का नाम सुशीला है।
4.) सुशीला किसके लिए बेचैन है?
सुशीला का बेटा भारवि घर नही आया है इस वजह से सुशीला बेचैन हैं।
5.) कवि किस पर शासन करता है ?
कवि समय पर शासन करता है।
6.) शास्त्रार्थ के नियमों में किसके हृदय को नहीं बाँधा जा सकता ?
शास्त्रार्थ के नियमों में माता के हृदय को नहीं बांधा जा सकता।
7.) पुत्र को कौन निर्वासित कर सकता है ?
पिता ही अपने पुत्र को निर्वासित कर सकता है।
8.) पुत्र को कब निर्वासित किया जा सकता है ?
यदि पुत्र अन्याय का आचरण करे तो पुत्र को निर्वासित किया जा सकता है।
9.) शास्त्रार्थों में पंडितों को किसने पराजित किया ?
शास्त्रार्थों में पंडितों को भारवि ने पराजित किया।
10.) भारवि में किस कारण अहंकार बढ़ता जा रहा था ?
शास्त्रार्थों में भारवि ने पंडितों को पराजित किया इस वजह से भारवि में अहंकार बढ़ता जा रहा था।
11.) पिता क्या नहीं सहन कर सकता ?
पुत्र दंभी हो यह पिता सहन नहीं कर सकता।
12.) पिता ने भारवि की किन शब्दों में ताड़ना की ?
पिता ने भारवि की महामूर्ख, दंभी, अज्ञानी इन शब्दों में ताड़ना की।
13.) पंडित किस प्रकार भारवि का परिहास करने लगे ?
पंडित भारवि के स्वर में ही बोलकर उसका परिहास करने लगे।
14.) ग्लानि से भरे हुए भारवि को जाने से क्यों नहीं रोका गया ?
अगर पिता ने भारवि को रोक लेता तो अनुशासन की मर्यादा नही रहती। इसीलिए ग्लानि से भरे हुए भारवि को जाने से नही रोका गया।
15.) अनुशासन की मर्यादा पर क्या किया जा सकता है ?
अनुशासन की मर्यादा पर बड़े से बड़े व्यक्ति का बलिदान किया जा सकता है।
16.) श्रीधर पंडित का पुत्र क्या नहीं हो सकता ?
श्रीधर पंडित का पुत्र पतित नहीं हो सकता।
17.) श्रीधर पंडित के घर की सेविका का नाम लिखिए।
श्रीधर पंडित के घर की सेविका का नाम है – आभा
18.) सुशीला किसको खोज कर लाने के लिए आभा से कहती है ?
सुशीला अपने पुत्र को भारवि को खोज लाने के लिए आभा से कहती है।
19.) प्रेम के बिना किसका मूल्य नहीं है ?
प्रेम के बिना अनुशासन का मूल्य नहीं है।
20.) श्रीधर पंडित भारवि को खोजने के लिए किसका सहारा लेना चाहते थे ?
श्रीधर पंडित राजकीय सहायता से भारवि को खोजना चाहते थे।
21.) शास्त्रार्थ के लिए जाते समये भारवि ने किस रंग के कपड़े पहने हुए थे ?
भारवि ने कौशेय वस्त्र, पितरंग का अधोवस्त्र और नीले रंग का उत्तरीय यह कपड़े भारवि ने शास्त्रार्थ के लिए जाते समये पहने थे।
22.) भारवि से मिलने आयी स्त्री का नाम लिखिए ।
भारती यह नाम भारवि से मिलने आयी स्त्री का था।
23.) वसंत ऋतु में किसके स्वर से सभी परिचित हैं ?
वसंत ऋतु में कोकिला की स्वर से सभी परिचित हैं।
24.) ब्रह्म ज्ञान किसकी वीणा पर नृत्य करने के समान था ?
ब्रह्म ज्ञान सरस्वती की वीणा पर नृत्य करने के समान था।
25.) भारती ने भारवि को कहाँ देखा था ?
मालवी तट पर भारती ने भारवि को देखा था।
26.) भारती ने जब भारवि को देखा तो उनकी स्थिति कैसी थी ?
जब भारती ने भारवि को देखा तब भारवि ध्यानमग्न थे।
27.) बीज से दूर रहने पर भी फूल क्या नहीं होता ?
बीज से दूर रहने पर भी फूल मालिन नहीं होता।
28.) भारवि के पिता को किसके पांडित्य को देखकर प्रसन्नता होती थी ?
भारवि के पिता को भारवि के पांडित्य को देखकर हार्दिक प्रसन्नता होती थी।
29.) अहंकार किसमें बाधक है ?
अहंकार उन्नति में बाधक हैं।
30.) पिता के क्रोध में किसके प्रति मंगल कामना छिपी है ?
पिता के क्रोध में अपने पुत्र के प्रति मतलब भारवि के प्रति मंगल कामना छिपी है।
31.) तलवार का प्रमाण किसका प्रमाण है ?
तलवार का प्रमाण निर्बलों का प्रमाण है।
32.) जीवन से क्या उत्पन्न होती है ?
जीवन से ग्लानि उत्पन्न होती है।
33.) ब्रह्म का निवास कहाँ होता है ?
मस्तक में को सस्त्रदल होता हैं उसमे ब्रह्म का निवास होता हैं।
34.) भारवि के अनुसार क्या जघन्य पाप है ?
आत्महत्या करना जघन्य पाप है ।
35.) भारवि को अपमान किसके समान खटक रहा था ?
शूल के समान भारवि को अपमान खटक रहा था।
36.) भारवि ने प्रतिशोध की आग में क्या करना चाहा?
भारवि ने प्रतिशोध की आग में अपनी पीता की हत्या करना चाहा।
37.) पितृ-हत्या का दण्ड क्या नहीं है ?
पुत्र की हत्या पितृ-हत्या का दण्ड नहीं है।
38.) भारवि के अनुसार जीवन का सबसे बड़ा अपराध क्या है ?
भारवि के अनुसार जीवन का सबसे बड़ा अपराध चिंता में घुलना, पाप मे लपेटना, और दुःख में बिलगना हैं।
39.) ‘प्रतिशोध ‘ एकांकी के एकांकीकार का नाम लिखिए।
‘प्रतिशोध ‘ एकांकी के एकांकीकार का नाम है – डॉ. रामकुमार वर्मा
40.) भारवि किस महाकाव्य की रचना कर महाकवि भारवि बने ?
किरातार्जुनीयम इस महाकाव्य की रचना कर महाकवि भारवि बने।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए:
1.) भारवि से संबंधित माता-पिता के बीच होने वाले प्रारंभिक संवाद का सार लिखिए।
भारवि घर छोड़कर कहीं चला गया है। उसकी मां इसके लिए चिंतित है। उसके पिता अपनी पत्नी सुशीला को वेद सुन रहे हैं। लेकिन सुशीला का ध्यान अपने बेटे की ओर है। तब श्रीधर अपनी पत्नी सुशीला से कहते हैं कि मैं इधर तुम्हें वेद सुधा रहा हूं और तुम्हारा ध्यान किधर है तब सुशीला उनसे कहती है कि अभी तक मेरा पुत्र घर नहीं आया है। तब श्रीधर अपनी पत्नी सुशीला से कहते हैं कि भारवि शास्त्रार्थ में पंडितों को पराजित कर रहा था लेकिन उसके साथ-साथ उसका अहंकार भी बढ़ता चला जा रहा था। इसीलिए मैंने उसे ताड़ना डी। क्योंकि मुझे ऐसा लगता है कि मेरा पुत्र अच्छे मार्ग पर चले।
2.) शास्त्रार्थ में पंडितों को हराते देख पिता ने भारवि के बारे में क्या सोचा ?
शास्त्रार्थ में पंडितों को भारवि ने हराया था लेकिन इसके साथ-साथ उसका अहंकार भी बढ़ता चला जा रहा था। उसे अपने ज्ञान पर घमंड हो रहा था। भारवि संसार में सबसे श्रेष्ठ महाकवि था। इस वजह से उसके पिता को अपने पुत्र पर बड़ा अभिमान था। उसके पिता चाहते थे कि भारवि संसार में सबसे श्रेष्ठ बना रहे लेकिन उसे इस बात का अहंकार ना हो। इसीलिए वे हमेशा उसे ओकते रहते थे। वह कहते थे कि जिसे अपने पांडित्य का अभिमान हो उसकी उन्नति नहीं हो सकती।।
3.) सुशीला के अनुरोध पर श्रीधर ने भारवि को कहाँ-कहाँ और कैसे तलाश करने का वचन दिया ?
भारवि बहुत देर से घर नहीं आया था इस वजह से सुशील को चिंता होने लगी इसीलिए वह अपने पति से के रहती है कि मेरे पुत्र को ढूंढ लो। तब श्रीधर अपनी पत्नी से कहते हैं कि वह अपना पुत्र तो है ही लेकिन वह संसार का जनक है और श्रीधर अपनी पत्नी से भारवि को ढूंढ लाने का वार्ता करते हैं
4.) भारती और सुशीला के वार्तालाप को अपने शब्दों में लिखिए।
भारती जब सुशील और श्रीधर के घर आती है तब वह सुशीला से कहती है कि मैं भारवि को देखा था। वह ध्यान में मग्न थे। जब तक मैं उनसे जाकर बात करती तब तक वह कहां चले गए पता नहीं। सुशीला यह जानना चाहती थी कि क्या वह उसे जानती है तब भारती रहती है कि भरवी ने पूर्णिमा के त्यौहार में अच्छा वेद और शास्त्रार्थ कहा था। जैसे भारवि ने कहा था आज तक किसी ने भी ऐसा शास्त्रार्थ नहीं किया था।
5.) भारवि अपने पिता से क्यों बदला लेना चाहता था ?
भारवि संसार में बहुत अच्छा शास्त्रार्थ करता था। वह बाकी सारे पंडितों को भी हारता था। इस वजह से वह अहंकारी बन गया था। जब उसके पिता को यह बात पता चली तो उसके पिता ने दो बार पंडितों के सामना है उसे ताड़ दिया। उसे मूर्ख और अज्ञानी कहा। इसी वजह से भारवि को गुस्सा आ गया। उसने यह समझा कि जब तक मेरे पिता जिंदा है तब तक मुझे ऐसे ही सबके सामने अपमानित होना पड़ेगा। इसीलिए वह अपने पिता से बदला लेना चाहता था।
6.) ‘अहंकार उन्नति में बाधक है।’ एकांकी के आधार पर श्रीधर के इस कथन को स्पष्ट कीजिए।
अहंकार उन्नति में बाधक है यह श्रीधर का कथन बहुत ही सार्थक है। भारवि दिन-ब-दिन उन्नति करते जा रहा था वह शास्त्रार्थ में बहुत सारे पंडितों को हारता था। वह संसार का बड़ा महाकवि था। लेकिन इसके साथ-साथ उसका घमंड भी बढ़ता जा रहा था। उसे अहंकार होने लगा था। श्रीधर को यह बात पसंद नहीं थी। इसीलिए वह उसने सबके सामने अपने पुत्र को ताड़ना दी। उसे मूर्ख और अज्ञानी भी कहा। श्रीधर अपने पुत्र का भला देखना चाहते थे। वह कहते थे अहंकार की वजह से कोई आगे नहीं बढ़ सकता। अपने प्रगति के मार्ग में सबसे बड़ा हमारा शत्रु अहंकार है। अगर हमें सफल होना है तो अहंकार छोड़ना पड़ेगा।
7.) ग्लानि और जीवन के संबंध में श्रीधर के क्या विचार हैं ?
जीवन से ग्लानि उत्पन्न होती है। जीवन प्रदान होता है। इस वजह से श्रीधर अपने पुत्र से कहते हैं कि तुम अपने जीवन की शक्ति से अपनी ग्लानि को दूर कर सकते हो। इसलिए तो ग्लानि को दूर करो तलवार की अपेक्षा मत करो। तुम महाकवि हो, शास्त्रार्थ करते हो इस वजह से तुम्हारे हाथ में लेखनी चाहिए तलवार नहीं।
8.) प्रायश्चित को लेकर पिता और पुत्र के बीच हुए संवाद को लिखिए।
भारवि को जब पता चलता है कि उसके पिता ने उसको इसलिए ताड़ दिया था क्योंकि वह उसका भला करना चाहते हैं। उसके अहंकार को मिटाना चाहते हैं। इसके बाद भारवि को बहुत पश्चाताप हुआ वह अपने इस गलती के लिए प्रायश्चित करना चाहता है। वह कहता है कि मैं अपनी मां की सेवा करके अपने जीवन को सफल बनाऊंगा। लेकिन मुझे पिताजी से दंड मिलना चाहिए क्योंकि मैं अपराध किया है। अपने पुत्र के कहने पर श्रीधर उसको दंड दे देते हैं श्रीधर उसको कहते हैं कि तुम 6 महीने तक ससुराल में जाकर सेवा करो और झूठे भोजन पर अपना उधर निर्वाह करो भारवि इसे भी स्वीकार कर लेता है।
9.) भारवि ने अपने पिता से किस प्रकार का दण्ड चाहा और उसे क्या दण्ड मिला ?
भारवि अपने पिता की हत्या करना चाहता था लेकिन भारवि को जब पता चला कि अपने पिता ने मुझे सबके सामने इसीलिए ताड़ दिया ताकि मेरा अहंकार नष्ट हो। उसके बाद उसने अपने हाथ में जो तलवार थी वह पिता को दे दी और उनसे कहा कि आप मेरी हत्या कर दो। लेकिन पिता कहते हैं कि पितृ हत्या का दंड पुत्र हत्या नहीं है। वह अपने पुत्र को क्षमा कर देते हैं। लेकिन भारवि कहता है कि मुझे कुछ तो दंड मिलना ही चाहिए। तब भारवि के पिता श्रीधर ने भारवि को यह दंड दिया कि तुम छह मास अपने ससुराल जाकर रहोगे और झूठा भोजन पर अपना पोषण करोगे।
10.) निम्नलिखित पात्रों का चरित्र-चित्रण कीजिए:
1.) महापंडित श्रीधर 2. सुशीला 3. महाकवि भारवि
महापंडित श्रीधर –
महापंडित श्रीधर संस्कृत के महापंडित थे। उनका पुत्र भी महाकवि था। वह शास्त्रार्थ में पंडितों को हारता था। लेकिन उसे अपने विद्या पर घमंड हो रहा था। उसे अहंकार हो गया था। इसलिए श्रीधर अपने पुत्र को सही रास्ता दिखाना चाहते थे। इसीलिए वह पंडितों के सामने ही उसे ताड़ देते हैं। वह कहते हैं कि अहंकार व्यक्ति के प्रगति के मार्ग को रोकता है। इसीलिए वह अपने पुत्र को सही मार्ग दिखाना चाहते थे।
सुशीला –
सुशीला महा पंडित श्रीधर की पत्नी है और भारवि की माता है। उसे अपने पुत्र पर गर्व है। वह अपने पुत्र से बहुत प्रेम करती है। लेकिन उसका पुत्र जब घर नहीं आता तब वह दुखी हो जाती है। पति उसे बहुत बार समझाना है लेकिन उसका पुत्र मोह कम नहीं होता।
महाकवि भारवि –
महापंडित श्रीधर और सुशीला इनका पुत्र है महाकवि भारवि। यह जगत विख्यात महाकवि है। यह अपने शास्त्रार्थ से पंडितों को हराता है। लेकिन इन बातों का उसे गर्व हो गया है। वह अहंकारी हो गया है। उसके पिता उसके भलाई के लिए जो कार्य करते हैं उसेमें भी उसे गलतियां नजर आती है। जब भारवि को पता चलता है कि मेरी मंगल कामना के लिए मेरे पिता ने मुझे अज्ञानी और मूर्ख कहा था तब उसे अपनी गलती का पछतावा हो जाता है। और वह अपने पिता से दंड भी मांगता है। इतना ही नहीं उसके पिता जो भी दंड देते हैं उसे वह स्वीकार करता है।
11.) टिप्पणी लिखिए:
1.) आभा
आभा महाकवि भारवि की सेविका है। आभा को सुशीला के द्वारा पता चलता है कि उसके स्वामी महाकवि भारवि अब तक घर नहीं आए। वह भी इस बात से चकित हो जाती है और सुशीला से कहती है कि मुझे माफ कर देना लेकिन मैं अभी जाती हूं और उन्हें खोजती हूं। आप भोजन कर देना।
2.) भारती
भारती एक विदुषी है उसने महाकवि भारवि को उपासना करते हुए देख लिया था। वह भारवि से मिलने ही आई थी। वह सुशीला से कहती है कि पिछले पूर्णिमा में जो भारवि ने शास्त्रार्थ किया था वह मैंने सुना था और इतनी सुंदर मीमांसा उन्होंने की थी कि आज तक ऐसी मीमांसा किसी ने भी नहीं की। उसने महाकवि भारवि की आवाज की तुलना वसंत ऋतु में कोकिल के स्वर से की है।
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